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लाल वस्त्र - कन्याओं का पूजन करने के साथ ही उन्हें लाल वस्त्र उपहार स्वरूप देने चाहिए। माता रानी को लाल वस्त्र काफी पसंद है। अगर आप लाल वस्त्र देने में असमर्थ हैं तो लाल रंग की चुनरी हर कन्या को ओढ़ाएं। इससे भी देवी मां का आशीर्वाद मिलेगा।
फल - कन्याओं को भोजन कराने में एक फल जरूर दें। माना जाता है कि फल उपहार में देने से आपके अच्छे कर्मों का फल कई गुना वापस होकर आता है। केला और नारियल को सबसे शुभ फल माना गया है। केला विष्णु भगवान का प्रिय है तो वहीं नारियल देवी मां को पसंद है। इसलिए इन दोनों को ही दान में देना चाहिए। वहीं कन्याओं को उपहार में दें।
मिष्ठान - प्रसाद स्वरूप कन्याओं को किसी एक तरह का मिष्ठान्न जरूर खिलाना चाहिए। आप कन्याओं के भोजन में सूजी का हलवा, आटे का हलवा माता रानी को भोग लगाने के बाद दे सकती हैं। इससे गुरु ग्रह मजबूत होता है।
शृंगार सामग्री - नवरात्रि में कन्या भोजन के बाद सारी कन्याओं को उपहार में श्रृंगार की सामग्री देनी चाहिए सबसे पहले श्रृंगार की सामग्री को देवी मां को चढ़ा देना चाहिए। उसके बाद उन श्रृंगार की सामग्री को कन्याओं में बांट देना चाहिए। माना जाता है कि कन्याओं की ग्रहण की गई श्रृंगार की सामग्री सीधे देवी मां स्वीकार कर लेती हैं।
चावल या जीरा - परंपरा के अनुसार घर से जब बेटियां विदा होती हैं तो उन्हें चावल उपहार में दिया जाता है। उसी तरह से कन्याओं को भोज कराने के बाद विदाई में चावल देना चाहिए। चावल के साथ जीरा भी देना चाहिए।
दक्षिणा - नवरात्रि में कन्याओं को विदा करते समय उन्हें दक्षिणा के स्वरूप में कुछ रुपये पैसे भी जरूर देने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होती हैं। साथ ही आपका भंडार भर देती हैं। हो सके तो कन्याओं को अपनी सामथ्र्य के अनुसार 11, 21 या फिर 51 रुपये देने चाहिए।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
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