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मरुधर गूंज, नई दिल्ली (18 अक्टूबर, 23)। IMPS का इस्तेमाल कर एक खाते से दूसरे खाते में पैसे भेजने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब आप जल्द ही केवल फोन नंबर और अकाउंट नंबर डालकर ही आईएमपीएस से ट्रांसफर कर सकते हैं। अभी तक इसके जरिए पैसा भेजने के लिए अकाउंट नंबर के साथ, बैंक का नाम और IFSC कोड देना होता है। IMPS से आप 5 लाख रुपये तुरंत किसी और के अकाउंट में डाल सकते हैं।
यह एक रियल टाइम पेमेंट सेवा है जो चौबीसो घंटे और सातों दिन काम करती है। यह सेवा नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा उपलब्ध कराई जाती है जिसके जरिए आप तुरंत ही पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। IMPS के जरिए 2 तरह की पेमेंट की जाती है। पहली है व्यक्ति से अकाउंट। इसमें आपको रिसीवर का अकाउंट नंबर, बैंक का नाम और आईएफएससी कोड देना होता है। दूसरा होता है व्यक्ति से व्यक्ति। इसमें आपको रिसीवर का मोबाइल नंहर और मोबाइल मनी आइडेंटिफायर (MMID) देना होता है। MMID बैंक द्वारा जारी 7 अंकों की संख्या होती है जो मोबाइल बैंकिंग के एक्सेस के लिए दी जाती है।
दूसरे तरीके में भले ही कम डिटेल देनी होती है लेकिन इसमें दोनों पार्टी के MMID की जरूरत होती है। यह सबको नहीं पता होती या हर कोई बैंक से ये आईडी नहीं लेता है। नए तरीके से अब पैसा भेजना काफी आसान हो जाएगा। नए फीचर में आपको MMID की जगह पर बस फोन नंबर और बैंक का नाम देना होगा। IMPS से बगैर बेनिफिशियरी को ऐड किये 5 लाख रुपये तक का अमाउंट भेज सकते हैं। हालांकि, बैंकों ने अभी इस नए फीचर को जोड़ा नहीं है।
वैलिडेशन भी जोड़ा जाएगा
खबरों की मानें तो IMPS सेवा में बेनिफिशियरी वैलिडेशन सर्विस भी जोड़ी जाएगी। इससे पैसे भेजने वाला यह देख पाएगा कि वह जिसे पैसे भेज रहा है उसका अकाउंट नंबर सही है या नहीं। इसके लिए बैंक के रिकॉर्ड्स का सहारा लिया जाएगा।
कैसे करें IMPS ट्रांजेक्शन
आईएमपीएस से लेनदेन करने के लिए आपको पहले आपको मोबाइल बैंकिंग रजिस्ट्रेशन पूरा करना होता है। इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम और बैंक की ब्रांच से लेनदेन के लिए इसकी कोई जरूरत नहीं होती है। अगर आपको पैसे रिसीव करने हैं तो आपको MMID नंबर लेना होगा। इसे आपको पैसे भेजने वाले को देना होगा। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आपको बैंक अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड उन्हें देना होगा।
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