सर्दियों में ज्यादा चाय-कॉफी से होगा सेहत ख़राब



मरुधर गूंज, बीकानेर (26 दिसम्बर, 2023)। ठंड का समय शुरू हो चुका है। ठंडे मौसम में शरीर को गर्म रखने के ल‍िए लोग हर समय कुछ गर्म पीना चाहते हैं। जब गर्म पेय पदार्थों की बात आती है, तो चाय और कॉफी का नाम सबसे पहले आता है। लेक‍िन चाय और कॉफी में कैफीन होता है। यह हमारी सेहत के ल‍िए नुकसानदायक माना जाता है। कैफीन का ज्‍यादा सेवन करने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन की समस्‍या हो सकती है ज‍िससे कई शारीर‍िक और मानस‍िक समस्‍याओं की शुरुआत हो सकती है। आगे लेख में जानेंगे, ठंड के मौसम में ज्‍यादा कैफीन पीने के नुकसान।


ठंड में अन‍िद्रा की हो सकती है समस्‍या

अगर आप ज्‍यादा चाय या कॉफी का सेवन करेंगे, तो अन‍िद्रा की समस्‍या हो सकती है। चाय और कॉफी में कैफीन होता है। कैफीन से मेलाटोन‍िन हार्मोन का उत्‍पादन प्रभाव‍ित होता है। इससे नींद न आने की समस्‍या होती है। अन‍िद्रा से बचने के ल‍िए रात को चाय या कॉफी पीने से बचना चाह‍िए। आप चाहें, तो गर्म दूध का सेवन कर सकते हैं।


ज्‍यादा चाय या कॉफी पीने से होगा तनाव 

अगर आप ठंड के मौसम में ज्‍यादा चाय या कॉफी का सेवन करेंगे, तो तनाव महसूस हो सकता है। एक कप चाय या कॉफी में करीब 60 म‍िलीग्राम कैफीन होता है। इस मात्रा में कैफीन लेने से एंग्‍जाइटी महसूस हो सकती है। चाय या कॉफी की जगह आप हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं। 


ज्‍यादा चाय-कॉफी पीने से बढ़ेगा वजन

अगर आप ठंड के द‍िनों में ज्‍यादा चाय या कॉफी का सेवन करेंगे, तो वजन बढ़ सकता है। दूध और चीनी से बनी चाय सेहत के ल‍िए नुकसानदायक होती है। इससे वजन तेजी से बढ़ता है। डायब‍िटीज के मरीजों को भी मीठी चाय से परहेज करना चाह‍िए। 


ख़राब होगा पाचन तंत्र

अगर आप ज्‍यादा चाय या कॉफी प‍िएंगे, तो पाचन तंत्र ब‍िगड़ जाएगा। ज्‍यादा कैफीन का सेवन पाचन तंत्र के ल‍िए अच्‍छा नहीं होता। ज्‍यादा कैफीन का सेवन करने से कब्‍ज, एस‍िड‍िटी और अपच जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।


ठंड में ड‍िहाइड्रेशन की बनेगी समस्‍या

ठंड में ज्‍यादा चाय या कॉफी प‍िएंगे, तो ड‍िहाइड्रेशन की समस्‍या हो सकती है। ड‍िहाइड्रेशन के कारण आपकी त्‍वचा ड्राई हो जाएगी और हर समय कमजोरी महसूस होगी। ठंड के द‍िनों में हर्बल टी, ग्रीन टी, ब्‍लैक कॉफी और पानी जैसे पेय पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। 


डिसक्लेमर - 'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'


लोकप्रिय न्यूज पोर्टल 'मरुधर गूंज' केवल बीकानेर और राजस्थान नहीं बल्कि पूरे भारत में प्रति दिन हजारों लोगों के द्वारा देखा जाता है। हमारा आग्रह है कि आपके द्वारा भेजे गये समाचारों को ज्यादा से ज्यादा लाखों लोगों तक सहज से पहुंचा सकें।  'मरुधर गूंज'  आपके समाचारों को भी आम जनता तक पहुंचाएगा। आपका सहयेग हमारी ऊर्जा है। कृपया आपके वाट्सएप्प और ई-मेल को जोडऩे के लिए सहयाोग करें।

Marudhar gunj -Email : marudhargunj@gmail.com

Whatsapp Mobile No. :- 6376438616


YouTube subscribed channels by -

फेसबुक पेज पर अपनी प्रतिक्रया कॉमेन्टस बॉक्स में अवश्य देंवे... 


'मरुधर गूंज' पत्रिका में न्यूज और धर्म लेख इत्यादि अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें।https://www.facebook.com/Marudhar-Gunj-101054275104870

Comments