on
Education
- Get link
- X
- Other Apps
मरुधर गूंज (1 सितम्बर 2024 )। अमावस्या तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित है। इस खास अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान करने का विधान है। साथ ही विशेष चीजों का दान किया जाता है। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से साधक के द्वारा अनजाने में किए गए सारे पाप कट जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन कुछ गलतियों को करने से साधक को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भाद्रपद माह की सोमवती अमावस्या के दिन क्या करें और क्या न करें?
सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह की सोमवती अमावस्या तिथि सोमवार 02 सितंबर को सुबह 05 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और 03 सितंबर को सुबह 07 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार 02 सितंबर को सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। यह अमावस्या सोमवार के दिन पड़ रही है, तो इस कारण इस दिन महादेव की भी पूजा की जाएगी।
सोमवती अमावस्या के दिन क्या करें -
सोमवती अमावस्या के दिन क्या न करें -
पितृ दोष होगा दूर
अगर आप पितृ दोष की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो सोमवती अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद पितरों को काले तिल मिश्रित जल से अर्घ्य दें। मान्यता है कि ऐसा करने से इंसान को सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
धन का मिलेगा लाभ
इसके अलावा धन संबंधी समस्या को दूर करने के लिए अमावस्या के दिन किया गया उपाय फलदायी माना जाता है। इस दिन लाल कपड़े में अलसी के बीज और कपूर को बांधें। इसके बाद इसके ऊपर से कलावा लपेट दें। इसके पश्चात इसे बहते जल अर्पित कर दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से धन लाभ के योग बनते हैं।
लोकप्रिय न्यूज पोर्टल 'मरुधर गूंज' केवल बीकानेर और राजस्थान नहीं बल्कि पूरे भारत में प्रति दिन हजारों लोगों के द्वारा देखा जाता है। हमारा आग्रह है कि आपके द्वारा भेजे गये समाचारों को ज्यादा से ज्यादा लाखों लोगों तक सहज से पहुंचा सकें। 'मरुधर गूंज' आपके समाचारों को भी आम जनता तक पहुंचाएगा। आपका सहयेग हमारी ऊर्जा है। कृपया आपके वाट्सएप्प और ई-मेल को जोडऩे के लिए सहयाोग करें।
Marudhar gunj -Email : marudhargunj@gmail.com
Whatsapp Mobile No. :- 6376438616
Comments
Post a Comment
Comment for more information